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Badhai do Movie Review in hindi - राजकुमार राव और भूमि पेड़नेकर की जोड़ी ने गर्दा उड़ा दिया |

Badhai Do Movie Review In Hindi - एक गे लड़का और लेस्बेरियन लड़की की अनोखी शादी और फिर बच्चे की डिमांड |


Badhai Do Review :'शुभ मंगल ज्यादा सावधान' 'बधाई हो' 'बाला' 'चंडीगढ़ करे आशिकी' 'ड्रीम गर्ल' 'पेडमेन' 'टॉयलेट एक प्रेम कथा' जैसी फिल्मों की एक कॉमन खासियत ये होती है की इन फिल्मों मे कॉमेडी और ड्रामे के बीच एक सामाजिक संदेश देने की कोशिश की जाती है, और यही सबसे बड़ा कारण है की ऐसी कहानियाँ दर्शकों द्वारा खूब पसंद की जाती है , क्योंकि ये कहानियाँ लोगों को अपनी सी लगती है और लोग इन्हे खुदसे जोड़कर भी देख पाते है | कुछ ऐसी ही कहानी पर आधारित एक और फिल्म आज सिनेमाघरों मे रिलीज़ हो चुकी है जिसका नाम 'बधाई दो' रखा गया है फिल्म मे राजकुमार राव और भूमि पेड़नेकर मुख्य किरदारों मे है | फिल्म को निर्देशित हर्षवर्धन कुलकर्णी ने किया है जबकि इसे जंगली पिक्चर्स के बैनर तले निर्मित किया गया है | इस फैमिली एंटरटेनर मे आपको राजकुमार और भूमि के अलावा शीबा चड्डा, सीमा पहवा, लवलीन मिश्रा, नितीश पांडे और शशि भूषण जैसे मंझे हुए कलाकार अहम किरदारों मे नजर आयेंगे | बता दे की ये साल 2018 मे आई फिल्म बधाई हो की फ्रेंचाइजी है | 'बधाई दो' की कहानी लैवेंडर विवाह नामक कांसेप्ट पर आधारित है, लैवेंडर मैरिज यानी की एक ऐसी शादी जिसमे एक पुरुष और एक महिला अपनी समलैंगिकता को छुपाने के उदेश्य से शादी कर लेते है |

Badhai do Movie Review in hindi


क्या है फिल्म 'बधाई दो' की कहानी ? (Badhai Do Movie Story In Hindi) 


'बधाई दो' की कहानी बहुत ही दिलचस्प तरीके से लिखी गई है जिसमे शर्दुल ठाकुर नाम का एक पुलिस वाला है जो जेंडर से गे होता है लेकिन ये सच्चाई उसके अलावा किसी को पता नही होती अब शर्दुल अधेड़ उम्र का हो चुका है इसलिए वो अपने परिवार वालों की चिक चिक से बचने के लिए पिछले चार सालों से सुमन सिंह नाम की पीटी टीचर के पीछे लगा हुआ है सुमन एक लेसबेरियन लड़की है और उसे लड़को की जगह लड़किया पसंद है शर्दुल ये बात जानता है इसलिए वो सुमन को लैवेंडर मैरिज करने के लिए मनाता है और सुमन भी जैसे तैसे करके अपने परिवार के दवाब मे आकर शादी के लिए हा कर देती है और दोनों के बीच ये तय होता है की वो हमेशा दोस्त बनकर रहेंगे | लेकिन कहानी मे असली ट्विस्ट तब आता है जब शादी के कुछ दिनों बाँध शर्दुल के घरवाले उससे बच्चे की डिमांड करते है और यही से होती है फिल्म की असली कहानी शुरू जो अपने साथ कई सारी प्रॉब्लम लेकर आती हैहै|अब क्या होगा जब शर्दुल के घरवालों को पता चलेगा की वो उन्हे बच्चा नही दे सकता इस सवाल का जवाब खोजने के लिए आप बधाई को सिनेमाघरों मे देख सकते हो |


आखिर कैसी है भूमि और राजकुमार की फिल्म बधाई दो (Badhai Do Movie Review)

 

राजकुमार राव का केरेक्टर बहुत ही मजाकिया रखा गया जो आपको पेट पकड़ के हसने के लिए मजबूर कर सकता है | फिल्म मे कॉमेडी के साथ साथ कुछ इमोशनल सीन भी डाले गए है जो हस्ते हस्ते आँखों मे हल्के आँशु ला सकते है ,फिल्म सेकंड हॉफ तक थोड़ी स्लो लगती हैं लेकिन जब शादी के बाद वाला हर एक सीन  दुगनी रफ्तार से चलता है जो आपको एक मिनट के लिए भी बोरियत महशूश नही होने देता इस फिल्म से भूमि और राजकुमार पहली बार एक साथ पर्दे पर नजर आये है और फिल्म मे इन दोनों के बीच कि केमिस्ट्री को देखकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है की दोनों की जोड़ी सबसे पसंदीदा जोड़ियों मे से एक बन चुकी है | बधाई दो मे न केवल कॉमेडी और इमोशन्स की भरमार है बल्कि यह एक फैमिली ड्रामा है जो समाज को एक पॉजिटिव मेसेज देने की कोशिश करती है | अगर इन सभी केरेक्टेर की एक्टिंग फिल्म का शरीर है तो स्क्रीनप्ले, बैकग्राउंड , गाने और डायलॉग फिल्म की जान है | छोटी मोटी गलतियों को नजर अंदाज करके देखे तो ये फुल पैक्ड कॉमेडी मूवी है जो आपका मनोरंजन करने मे कोई कसर नही छोड़ती है|

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