KGF Chapter 2 Review In Hindi
KGF 2 Review : भारतीय सिनेमा का दुनियाभर मे मजबूत स्थान बनाने वाली मोस्ट अवेटेड कन्नड फिल्म केजीएफ चैप्टर 2 आज सिनेमाघरों मे रिलीज़ हो चुकी है | केजीएफ 2 एक हाई ओक्टेन एक्शन थ्रिलर फिल्म है जिसमे सुपरस्टार यश अपने पुराने किरदार यानी की रॉकी द मोंस्टर के रूप मे नजर आयेंगे इनके अलावा फिल्म मे बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त, रवीना टंडन, प्रकाश राज और श्रीनिधि सहित अन्य कलाकारों की टोली भी अहम किरदारों मे नजर आयेगी | केजीएफ चैप्टर 2 एक सॉलिड एंटरटेनर फिल्म है जिसका निर्देशन प्रशांत नील ने किया है जबकि इस फिल्म का निर्माण होमेबल फिल्मस् के बैनर तले किया गया है
KGF Chapter 2 Story In Hindi
केजीएफ चैप्टर 1 मे आपने देखा होगा की रॉकी गरुड़ा को मारकर केजीएफ की गद्दी पर बैठ जाता है और फिल्म खत्म हो जाती है यही से शुरू होती है केजीएफ चैप्टर 2 की कहानी जिसमे रॉकी भाई उन लोगों के लिए भगवान बन चुका है जिन्हे उसने गरुड़ा के चंगुल से आजाद करके नया जीवन दान दिया था|इसके बाद रॉकी पूरे केजीएफ और उन लोगों का अकेला गॉडफादर तो बन चुका है लेकिन रॉकी की मुसीबते तब बढ़ जाती है जब कहानी मे केजीएफ की गद्दी के एक और दाबेदार अधीरा की एंट्री होती है अधीरा एक ताकतवर गुंडा है जिसने रॉकी से केजीएफ हथ्याने की कसम खाई है दूसरी तरफ फिल्म मे रमिका सेन की एंट्री होती है जिनका पेशा सिर्फ राजनीति और मकसद रॉकी के सम्राज्य को नष्ट करना है|अब रॉकी अपने दुश्मनो से लड़कर केजीएफ और दुनिया पर राज करने मे कैसे कामयाब होता है और रमिका सेन क्यों हाथ धोकर रॉकी के पीछे पड़ जाती है और अधीरा कौन है और रॉकी से बदला क्यों लेना चाहता है|इन सब सवालों के जवाब आपको फिल्म मे ढूढने होंगे|
KGF 2 Review In Hindi
केजीएफ 2 हवा नही एक ऐसा तूफान है जिसने बॉलीवुड के सभी टेंट उखाड़ दिये ऊपर से रॉकी भाई का जलवा थियेटर मे आग लगा रहा था|यश के बोलने का स्टाइल चलने का स्टाइल और दाढ़ी वाला लुक काफी बवाल है जो रॉकी भाई के किरदार मे जान फूकने का काम करता है|दूसरी तरफ संजय दत्त ने अधीरा के नेगेटिव रोल मे आकर सिनेमाघरों मे आग लगा दी|रवीना टंडन की बात करे तो पूरी फिल्म मे उनकी मेहनत झलकती है उन्होंने भी अपना 100 परसेंट देने की पूरी कोशिश की है|फिल्म की शरुआत से ही सस्पेंस बना रहता है और इसका क्लाईमेक्स बवाल है जो आपके रोंगटे खड़े कर सकता है|फिल्म के एक्शन सीन्स ऐसे है जिन्हे आपको बार बार देखने का मन करेगा|विजुअल इफेक्ट और बैकग्राउंड म्युज़िक भी काफी जबरदस्त डाले गए है जो फिल्म को और आकर्षक बनाते है|4 साल का इंतज़ार जिसने केजीएफ को मामूली फिल्म से इमोशन बना दिया इसका पूरा क्रेडिट जाता है फिल्म की जबरदस्त स्क्रिप्टिंग को क्योंकि कहानी जिस कल्पना के साथ लिखी गई है शायद ऐसा पहले कभी नही हुआ|गॉड लेवल का स्क्रीन प्रेसेंट है जिसको डायरेक्टर प्रशांत नील ने इतनी क्रियेटिविटी के साथ पेश किया है की बॉलीवुड तो दूर की बात इसे हॉलीवुड तक को मैच कर पाना बड़ा मुश्किल पड़ सकता है फिल्म केजीएफ चैप्टर 1 एक वन मैन शो थी जिसमे केवल रॉकी के केरेक्टर को फोकस मे रखा गया था लेकिन चैप्टर 2 मे बहुत सारे केरेक्टर को अहमियत दी गई है, इन सभी किरदारों को प्रशांत नील द्वारा खुबसूरती के साथ स्क्रीन पर पेश करने का तरीका सराहनीय है |