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Criminal Justice Season 3 Review : पंकज त्रिपाठी ने हिला दी कोर्ट की दीवारे सस्पेंस से भरा है माधव मिश्रा का नया केस

बॉलीवुड एक्टर पंकज त्रिपाठी की बहुचर्चित वेबसीरीज क्रिमिनल जस्टिस का सीजन 3 आज डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज़ हो चुका है सीरीज मे पंकज त्रिपाठी के हाथ अधूरे सच वाला एक नया केस लगा है। जिसे सुलझाने मे उन्होंने अपना सारा दमखम लगा दिया। जानिए कैसी है पूरी सीरीज


Criminal Justice Adhura Sach Review In Hindi


Criminal Justice S3 : शुरुआत से ही भारतीय दर्शकों को कोर्ट रूप ड्रामा मे काफी इंट्रेस्ट रहा है और यहाँ हर प्रकार की कोर्ट रूप ड्रामा फिल्मों और वेबसीरीज को ढेर सारा प्यार दिया जाता है। उन्ही मे से एक है क्रिमिनल जस्टिस जी हाँ दोस्तों क्रिमिनल जस्टिस भारत की प्रसिद्ध कोर्ट रूम ड्रामा वेब सीरीज है जिसमे पंकज त्रिपाठी ने मुख्य भूमिका अदा की है। क्रिमिनल जस्टिस के पिछले दोनों सीजन लोगों द्वारा खूब पसंद किये गये और अब इसका तीसरा सीजन भी आज रिलीज़ कर दिया गया है जिसे अभी से प्यार मिलना चालू हो गया है। बता दे की सीरीज मे पंकज त्रिपाठी के किरदार का नाम माधव मिश्रा जो पेशे एक चालाक वकील है जो हर उलझे केस को चुटकियों मे सुलझाने का हुनर अपनी जेब मे रखते है। सीरीज मे आपको पंकज त्रिपाठी के अलावा श्वेता प्रसाद बसु भी देखने मिल जायेगी जिन्होंने माधव मिश्रा के अपोजिट रहने वाली महिला वकील लेखा की भूमिका निभाई है। 


Criminal Justice S3 Webseries Story


पिछले दोनों सीजन मे आपने माधव मिश्रा को अलग अलग केस सॉल्व करते देखा होगा। तो इस बार भी माधव मिश्रा के हाथ एक नया केस लगा है। दरअसल कहानी को मुंबई मे सेट किया गया है जहाँ पर बाल अभिनेत्री ज़ारा अहूजा की संधिग्ध हालत मे हत्या हो जाती है। जिसके मर्डर का आरोप ज़ारा के भाई मुकुल अहूजा पर लगता है क्योंकि पुलिस को स्पॉट पर मिलने वाले सारे सबूत मुकुल अहूजा की तरफ इशारा करते है। इन सबूतों के आधार पर पुलिस पूरे मामले की कोर्ट मे चार्जसीट दाखिल करती है और केस ठोस रूप लेने लगता है। इसके बाद मुकुल अहुजा की माँ अवंतिका अहूजा अपने बेटे को केस से बाहर निकालने के लिए जानेमाने वकील माधव मिश्रा के पास जाकर मुकुल अहूजा को बचाने की विनती करती है और माधव मिश्रा इस केस मे अपना हाथ मुह और दिमाग सबकुछ डाल देते है। जिसके बाद माधव मिश्रा अपने मुवक्किल मुकुल को बचाने के लिए केस की तह तक जाकर समझने की कोशिश करते है लेकिन सरकारी वकील लेखा माधव की हर चाल को उल्टा कर देती है जिसके बाद केस और पेचीदा होने लगता है। परेशान माधव अपने मुवक्किल से पूरा सच जानने की कोशिश करता है लेकिन उसके हाथ अधूरा सच ही लगता है इसी बीच माधव की पत्नी उसे एक रास्ता सुझाती है जिसके बलबूते पर माधव के हाथ एक ऐसा सबूत लगता है जो केस का रुख पलटकर सकता है। अब क्या है वो सबूत? क्या मुकुल बेकसूर है? अगर मुकुल बेकसूर है भी तो माधव उसे बचाने मे कामयाब होता है या नही इन सब सवालों के जवाब आपको सीरीज मे ढूढने होंगे। 


Criminal Justice Season 3 Review


आमतौर पर फिल्मों के अंदर किसी भी वकील की छवि एक चालाक, मक्कार और गंभीर प्रकार के व्यक्ति के रूप मे दिखाई जाती है लेकिन क्रिमिनल जस्टिस मे पंकज त्रिपाठी के किरदार माधव मिश्रा की छवि मोहल्ले के बड़े भैया जैसी प्रतीत होती है। उनके बोलने का तरीका कोर्ट के बीच उनके मुह से निकलने वाली हसी दर्शकों को प्रभावित किये बिना नही छोड़ती। इस सीरीज के अंदर माधव मिश्रा अपने उस मुवक्किल मुकुल अहुजा के लिए अलग अलग प्रकार के कारनामे करते दिखाई दे रहे है l जिनके इरादो की भनक माधव को बिल्कुल भी नही है। किसी मुश्किल केस को सरल तरीको से हल करने वाली माधव मिश्रा की कोशिश दर्शकों को खूब पसंद आती है। पंकज त्रिपाठी एक जबरदस्त कलाकार है जिन्होंने एक बार फिर अपनी नेचुरल एक्टिंग से अपने आप को साबित कर दिया है। सीरीज की कहानी शानदार है जिसमे हर एक किरदार अपनी अपनी पहचान बनाने मे सफल रहा फिर चाहे वो महिला वकील बनी श्वेता प्रसाद बसु हो या आदित्य गुप्ता सभी ने यहा अपना 100 प्रतिशत दिया है। क्रिमिनल जस्टिस एक चालाक कहानी है जो आपको अंतिम एपिसोड तक स्क्रीन से चिपकाकर रखेगी। इस सीरीज की सबसे अच्छी बात है इसकी डायरेक्शन और स्क्रीनप्ले जो इसे भारत की नंबर 1 कोर्ट रूम ड्रामा साबित करती है। इसके अलावा डायलॉग भी कमाल के है जो आपको हसने के लिए मजबूर करेंगे। 



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