Bramhastra Movie Review in Hindi : शैतानी शक्तियों का डटकर सामना करते नजर आये रणवीर कपूर, वीएफएक्स के मामले मे हॉलीवुड को टक्कर देती है ब्रह्मास्त्र
Bramhastra Movie : इस समय इंडियन फिल्म इंडस्ट्री मे एक्सपेरिमेंटल दौर चल रहा है क्योंकि लॉकडाउन के बाद से लोगों का नज़रिया फिल्मों के प्रति पूरी तरह से बदल चुका है जिसके चलते फिल्म मेकर्स अलग अलग मुद्दो पर फिल्में बनाकर एक्सपेरिमेंट कर रहे है। इसी एक्सपेरिमेंट का हिस्सा है रणवीर कपूर और आलिया भट्ट स्टारर फिल्म ब्रह्मास्त्र दोस्तों अयान मुखर्जी के निर्देशन मे बनी ब्रह्मास्त्र भारत की मोस्ट अवेटेड फिल्म है जिसका लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे थे। अब यह इंतजार खत्म हुआ क्योंकि ब्रह्मास्त्र आज सिनेमाघरों मे रिलीज़ हो चुकी है। इस फिल्म मे आपको रणवीर कपूर और आलिया भट्ट के अलावा अमिताभ बच्चन, मौनी रॉय, नागार्जुन, शाहरुख खान और डिंपल कपाडिया जैसे बड़े कलाकार अहम किरदारों मे देखने मिलेंगे। ब्रह्मास्त्र इंडियन सिनेमा के इतिहास मे सबसे बड़े पैमाने पर वीएफएक्स का उपयोग करने वाली पहली फिल्म है।
Bramhastra Movie Story
अयान मुखर्जी की यह फिल्म हिंदू माइथॉलॉजी पर आधारित सभी अस्त्रों के देवता ब्रह्मास्त्र की कहानी है जिसमे दिखाया जाता है की एक शिवा नाम का समान्य लड़का जो अनाथालय मे पलकर बड़ा हुआ और शादी पार्टियों से लेकर धार्मिक कार्यक्रमों मे डीजे बजाने का काम करता है इसलिए उसे डीजे शिवा के नाम से भी जाना जाता है। कहानी थोड़ी सी आगे बढ़ती है और दिखाया जाता है की दशहरा महोत्सव के दौरान शिवा की मुलाकात ईशा नाम की लड़की से होती है और दोनों मे पहली नजर का प्यार हो जाता है इसी बीच देश के सबसे बड़े वैज्ञानिक मोहन भार्गव ने अपने छत की बालकनी से कूदकर आत्महत्या कर ली है लेकिन इस घटना के बाद शिवा को सपने मे दिखाई देता है की मोहन भार्गव (शाहरुख खान) ने आत्महत्या नही की है इसके पीछे किसी शैतानी शक्तियों का हाथ है जिनका मकसद ब्रह्मास्त्र प्राप्त करना है। शिवा इन शैतानी शक्तियों को हराकर ब्रह्मास्त्र की रक्षा कैसे करते है यही कहानी मे आगे दिखाया गया है जो आपको सिनेमाघरों मे जाकर देखना है।
Bramhastra Movie Review
पिछले दो सालों से बॉलीवुड फिल्म इंडस्ट्री मे हमे ज्यादतर रीमेक फिल्में देखने मिली है लेकिन ब्रह्मास्त्र एक नई और फ्रेश कहानी है जिसमे पौराणिक कथाओ को विज्ञान से जोड़कर दिखाने की कोशिश की गई है। शायद इसीलिए ब्रह्मास्त्र की कहानी को एकदम नया और फ्रेश कहा जा सकता है वाकई मे फिल्म की स्क्रिप्ट उम्दा है। फिल्म के फर्स्ट हॉफ की कहानी और गति दोनों ही दमदार है लेकिन सेकंड हॉफ मे जो रफ्तार होनी चाहिए थी वो हमे देखने नही मिलती है और कहानी भी फीकी लगने लगती है। इसके अलावा कहानी पास्ट, फ्यूचर और प्रेजेंट मे जम्प करती है तो हल्का हल्का कंफ्यूजन होता है लेकिन बाद मे सब कुछ समझ मे आने लगता है। फिल्म का क्लैमेक्स शानदार था जिसे ऐसे मोड पर लाकर खत्म किया गया है जो दूसरे पार्ट यानी की 'ब्रह्मास्त्र : पार्ट 2 देवा' को देखने की दिलचस्पी को बढ़ा देता है। किरदारों की बात करे तो शिवा के रूप मे रणवीर कपूर और ईशा के रूप मे आलिया भट्ट की लव स्टोरी सुपरहिट जमती है इन्होंने अपने किरदारों मे बेहतरीन पेशकश दी है इनके अलावा अमिताभ बच्चन ने भी अपने किरदार मे जान डालकर यह सिद्ध कर दिया की शेर बूढ़ा जरूर हो गया लेकिन जवानी वही है जो 25 मे हुआ करती थी। शाहरुख खान का केमियों जबरदस्त था उन्होंने भले ही स्क्रीन पर न के बराबर समय बिताया हो लेकिन उसमे भी उन्होंने कमाल कर दिया। मौनी रॉय और नागार्जुन भी अपने अपने किरदारों मे फिट दिखे। वीएफएक्स की बात करे VFX टॉप क्लास के है जिन्होंने मार्वल को टक्कर देने की कोशिश की है। एक शब्द कहे तो फिल्म बहुत अच्छी है। ऐसी फिल्में आपको एक बार देखना चाहिए।