Ammu Movie Review In Hindi : समाज मे महिला ससक्तिकरण की फ्रेश और दमदार कहानी है प्राइम वीडियो की यह फिल्म।
Ammu Movie : घरेलू हिंसा पर आधारित बॉलीवुड और टॉलीवुड मे अब तक बहुत सी मूवी बन चुकी है जिनमे दिखाया जाता है की किस प्रकार महिलाओ के साथ सामाजिक और घरेलू स्तर पर अत्याचार किये जाते है और उन्हे बुरी तरह से बेइज्जत करके मारा पीटा जाता है इसके बाबजूद वो चुप रहती है पहले के जमाने मे महिलाएं अपने ऊपर होने वाले अत्याचारो को सह लेती थी लेकिन समय मे परिवर्तन के साथ महिलाओ की सोच मे भी बदलाव आया है। अब महिला अपने ऊपर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाती है और ऐसे लोगों के खिलाफ खुलकर लडाई भी लड़ती है तो दोस्तों ऐसी ही एक औरत की कहानी है प्राइम वीडियो पर रिलीज़ हुई फिल्म 'अम्मू' जी हा दोस्तों फिल्म 'अम्मू' आज रिलीज़ हो चुकी है जिसमे एक्ट्रेस ऐश्वर्या लक्ष्मी लीड रोल निभा रही है इनके अलावा फिल्म मे नवीन चंद्रा भी है जो 'अम्मू' के पति और पुलिस कॉप की भूमिका निभा रहे है। यह एक तेलुगु भाषा की फिल्म है लेकिन इसे हिंदी, कन्नड़ सहित मल्यालम भाषा मे भी डब किया गया है और इसके निर्देशक चारुकेश सेकर है।
Ammu Movie Story In Hindi
अम्मू एक छोटे से शहर की साधारण लड़की है और शादी को लेकर उसने अपने लिए बहुत सारे सपने बुने है इसी बीच अम्मू को अपने पड़ोसी पुलिस अफसर रवि से मोहब्बत हो जाती है जिसके बाद वो दोनों शादी जैसे पवित्र बंधन मे बंध जाते है लेकिन अम्मू के जीवन की खुशियों वाली पहली रात ही उसके दुखो का कारण बन जाती है जब उसका पति छोटी बात पर अम्मू को तमाचा जड़ देता है और रवि की एक असली सच्चाई सामने आती है इसके बाद मारपीट का सिलसिला लगातार जारी रहता है। रोज रोज के लडाई झगड़े से परेशान अम्मू पुलिस स्टेशन रिपोर्ट दर्ज कराने जाती है लेकिन वहा से भी रवि दवाब बनाकर अम्मू को वापिस भेज देता है कानून से सहारा ना मिलने के बाद अम्मू रवि से बदला लेने की ठान लेती है। अब अम्मू अपने बाहुबली पति से बदला कैसे लेगी ये आपको फिल्म मे देखना होगा।
Ammu Movie Review
दोस्तो अम्मू सिर्फ एक घरेलू हिंसा पर आधारित फिल्म नही बल्कि इसमे कुछ ऐसे रहस्य भी देखने मिलेंगे जो आपको अंदर तक झकझोर कर रख देंगे। अम्मू की कहानी उन सभी महिलाओ के लिए प्रेरणा देती है जो इस तरह के वाक़िये से गुजर रही है। फिल्म की कहानी बहुत ही आकर्षक लगती है जो आपके मन मे अंत तक एक्साईटमेंट बनाने मे कामयाब होती है। फिल्म मे ऐश्वर्या लक्ष्मी ने अपनी कला से अम्मू के किरदार को स्क्रीन पर जीवंत कर दिया है रवि के रूप मे नवीन चंद्र भी इंप्रेसिव लगे वह किरदार मे इस प्रकार घुस जाते है की सच भूलकर आप उन्हे नफरत की नज़रों से देखने लगोगे। निर्देशन की बात करे तो चारुकेश ने अपनी सोच को एक कहानी का रूप देने मे कोई कसर नही रखी उनके द्वारा चुना गया हर एक किरदार असरदार लगता है लेकिन बैकग्राउंड म्युज़िक कही कही पर पूरा मजा किरकिरा करता है। फिर भी इस प्रकार के कंटेंट मे बैकग्राउंड म्युज़िक ज्यादा मायने नही रखता तो मेरे लिए यह त्रुटि न के बराबर है।