Banaras Movie Review In Hindi : टाइम लूप की एक ऐसी कहानी जो उड़ा देगी आपके होश।
Banaras Movie : क्या प्रजेंट मे रहकर फ्यूचर और पास्ट को जिया जा सकता है? यह सवाल ऐसा है जिसके बारे मे हर कोई जानना चाहता है इस सवाल की तलाश हर व्यक्ति या वैज्ञानिकों के मन की पहली जिज्ञासा होती है वो असल मे हो या फिर फिल्मों मे इसलिए टाइम ट्रैवल की बात हमेशा होती है हॉलीवुड मे टाइम ट्रैवल के कांसेप्ट पर अब तक कई फिल्में बन चुकी है। भारतीय फिल्म इंडस्ट्री मे भी टाइम ट्रैवल के कांसेप्ट पर आधारित फिल्में बनी है लेकिन या तो उन्हे पुनर्जन्म का एंगल दे दिया जाता है या उसे अच्छे से दर्शाया नही जाता है। हाल ही मे रिलीज़ हुई फिल्म 'बनारस' के अंदर इसी टाइम ट्रैवल के कांसेप्ट को बेहतर बनाने की कोशिश की गई है। जी हाँ दोस्तों 'बनारस' एक कन्नड़ भाषा की फिल्म है जिसे पैन इंडिया रिलीज़ किया गया है फिल्म मे आपको जेैद खान (Zaid Khan) और सोनल मोंटेरो (Sonal Monteiro) लीड रोल मे देखने मिलेंगे बता दे की बनारस इनकी डेव्यू फिल्म है जिसमे जेैद ने शिद्धार्थ नाम के एस्ट्रोनॉट की भूमिका निभाई है दूसरी तरफ सोनल उनकी प्रेमिका का किरदार निभा रही है।
Banaras Movie Story In Hindi (बनारस फिल्म की कहानी)
कहानी सिद्धार्थ नाम के युवा एस्ट्रोनॉट की है जो टाइम ट्रैवल के द्वारा एक टास्क पूरा करने के लिए प्रेजेंट से फ्यूचर मे बनारस आता है जहा सिद्धार्थ की मुलाकात उसकी फ्यूचर वाइफ तनी से होती है। जिसमे सिद्धार्थ तनी को अपने टाइम ट्रैवल के बारे मे बताता है और बहुत ही कम समय मे दोनों के बीच प्यार का रिश्ता बन जाता है। लेकिन दोनों की लव स्टोरी इतनी आसान नही होती जितना आप समझ रहे है क्योंकि यहाँ से कहानी मे एक अदृश्य विलेन की एंट्री होती है जो सिद्धार्थ की पूरी लाइफ को बदल कर रख देता है। अब वह टास्क क्या है जिसे पूरा करने के लिए सिद्धार्थ बनारस की धरती पर कदम रखता? क्या सिद्धार्थ टास्क पूरा करके अपने प्यार को जीत पायेगा? इन सवालों के जवाब आपको फिल्म मे ढूढने होंगे।
Banaras Movie Review (बनारस मूवी रिव्यू)
बनारस एक जबरदस्त रोमांटिक एक्शन थ्रिलर मूवी है जिसकी कहानी अब तक की टाइम लूप पर बनी सभी फिल्मों से अलग और फ्रेश है, एक टाइम ट्रैवल कांसेप्ट मे रोमांस का एंगल जिस प्रकार से डाला गया है वो इसकी सबसे खास बात है। एक आदमी जिसे अपने प्यार को पाने के लिए बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। स्क्रीन पर उन परेशानियों को प्रेजेंट करने का तरीका आपके होश उड़ा देगा। डायरेक्टर जयतीर्थ ने किरदारों को कहानी के हिसाब से सेट किया है उनका ये तरीका आपको काफी इंप्रेस करेगा। हर एक कलाकार अपने अपने किरदारों के साथ न्याय करता है जिसमे सिद्धार्थ का किरदार आपको काफी प्रभावित करेगा। जैद खान ने सिद्धार्थ के किरदार मे जान डालने का काम किया है। दूसरी तरफ सिद्धार्थ की प्रेमिका बनी सोनल भी आपको काफी इंप्रेसिव लगती है उनकी एक्टिंग मे वजन है। फिल्म का बैकग्राउंड म्युज़िक उम्दा है इसके अलावा निर्देशन मे भी बहुत बारीक कमिया है जिन्हे आप नजरअंदाज कर पाएंगे। वीएफएक्स की बात करे तो इसके वीएफएक्स आदिपुरुष से कई गुना अच्छे है। कम शब्दो मे कहे तो बनारस एक फुल एंटरटेनर फिल्म है जिसे देखने के बाद पैसा वसूल वाली फीलिंग आना तय है।