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Aar Ya Paar Web Series Review In Hindi : इंसान के लालच और स्वार्थ की कहानी है डिज्नी की यह सीरीज।

Aar Ya Paar Web Series Review : इंसान के लालच और स्वार्थ की कहानी है डिज्नी की यह सीरीज। रिव्यू पढ़े -


Aar Ya Paar Webseries Review In Hindi


Aar Ya Paar Webseries : आदित्य रावल की दमदार वेबसीरीज 'आर या पार' हुई डिज्नी पर रिलीज़ जानिए कैसी है सीरीज। डिज्नी प्लस हॉटस्टार ने 'दहन' 'शूरवीर' 'रुद्र : द एज ऑफ डार्कनेस, और 'क्रिमिनल जस्टिस सीजन 3' जैसी और भी कई दमदार वेबसीरीज 2022 मे दी है जिन्होंने पूरे साल दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया अब साल की आखिरी किश्त मे प्लेटफॉर्म ने अपना एक और ओरिजिनल शो 'आर या पार' रिलीज़ कर दिया है। सीरीज एक्शन ड्रामा पर बेस्ड है जिसमे दिखाया गया है की कैसे सरजू नाम का एक आदिवासी अपने लोगों की रक्षा करने के लिए हत्यारा बन जाता है। सीरीज मे सरजू का किरदार परेश रावल के बेटे आदित्य रावल ने निभाया है बता दे की 'आर या पार' आदित्य की डेव्यू सीरीज है इनके अलावा सीरीज मे आपको पत्रलेखा, सुमित व्यास, आशीष विधार्थी, दिव्येंदु भट्टाचार्य और आसिफ शेख जैसे कलाकार मुख्य भूमिकाओं मे नजर आने वाले है। जबकि सिद्धार्थ सेनगुप्ता इस शो के निर्माता है। 


Aar Ya Paar Webseries Story (आर या पार वेब सीरीज की कहानी) 


'आर या पार' जंगल मे रहने वाली देगोहाटी जनजाति के एक नौजवान युवक सरजू की कहानी है इसमे दिखाया जाता है की कार्पोरेट वालों की बुरी नजर इस जंगल पर पड़ जाती है वह लोग इस जंगल से अनमोल प्राकृतिक संसाधनों को निकालकर अपना स्वार्थ पूरा करना चाहते है लेकिन देगोहाटी जनजाति के लोग इनके रास्ते का काटा बनकर जंगल की रक्षा करते है जिसके बाद इस जनजाति को जंगल से निकालने के लिए कॉर्पोरेट वालो की तरफ से हमला करवाया जाता है जिसमे काफी लोग मारे जाते है लेकिन सरजू बच निकलता है अब सरजू अपने लोगों की हत्या का बदला लेने के लिए शहर पहुँचकर नरसंहार शुरू करता है। अब इस जंग का क्या अंजाम होगा यह आपको सीरीज देखकर पता चलेगा। 


Aar Ya Paar WebSeries Review (आर या पार वेबसीरीज रिव्यू) 

सीरीज की कहानी दमदार और इंट्रेस्टिंग है जो आपको आखिर तक बांधकर रखने का वादा करती है सीरीज मे आपको एक दो ऐसे ट्विस्ट देखने मिलेंगे जो कहानी का रुख पलट देते है। भले ही आर या पार एक एक्शन ड्रामा सीरीज है लेकिन इसमे एक सोशल मेसेज देने की कोशिश उम्दा लगती है। अब तक जंगल और इंसानो के बीच की जंग को सिनेमा ने कई तरीको से पेश किया है। लेकिन डिज्नी का यह तरीका सबसे अलग और बेहतरीन है। जिस तरह से एक काल्पनिक कहानी को स्क्रीन पर उतारा गया है उसके लिए शो के क्रियेटर सिद्धार्थ सेनगुप्ता की जितनी भी तारीफ करो सब कम है। कास्टिंग की बात करे तो आदिवासी सरजू के किरदार मे आदित्य रावल ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है उनकी एक्टिंग मे कही न कही एक ठहराव नजर आता है। इनके अलावा पत्रलेखा, आशीष विधार्थी, और सुमित व्यास भी अपने किरदारों मे खूब जमे। सीरीज का बैकग्राउंड स्कोर और सिनेमेटोग्राफि उच्च दर्जे की लगती है। इसके अलावा जंगल की लोकेशन भी आपको आकर्षित कर सकती है। सीरीज की सबसे कमजोर कड़ी एपिसोड की लंबाई है कुछ सीन बेतुके लगते है जिन्हे हटाकर कहानी को और कम समय मे खत्म किया जा सकता था फिर भी साल के अंत मे यह डिज्नी की एक अच्छी कोशिश है।

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