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Pitchers Season 2 Review In Hindi : इमोशन और कॉमेडी से भरपूर है पिचर्स का नया सीजन।

Pitchers Season 2 Review In Hindi : इमोशन और कॉमेडी से भरी है टीवीएफ की यह सीरीज जानिए कैसी रही पूरी कहानी


Pitchers Season 2 Review in hindi


Pitchers Season 2 Review : फाइनली उन फैंस का इंतज़ार खत्म हुआ जो पिछले सात साल से टीवीएफ की पॉपुलर वेबसीरीज पिचर्स सीजन 2 (Pitchers Season 2) को देखने के लिए बेकरार थे इसका पहला सीजन साल 2015 मे रिलीज़ हुआ जिसने दर्शकों के दिल मे जगह बनाई और अच्छी खासी पॉप्युलैरिटी हासिल की लोगों को कहानी और किरदार इतने अच्छे लगे की तुरंत बाद ही लोग इसके दूसरे सीजन की माँग करने लगे थे लेकिन फैंस की डिमांड पूरी करने मे मेकर्स को 7 साल लगे और आज वो डिमांड जी5 पर पूरी हो गई। पहले सीजन मे आपको जितेंद्र कुमार (Jitendra Kumar) , अरुणाभ कुमार, नवीन कस्तूरिया (Naveen Kasturiya), अभय महाजन मुख्य किरदारों मे देखने मिले थे लेकिन इस सीजन मे पुराने कलाकारों के साथ कुछ नये चेहरे जैसे अभिषेक बनर्जी, गोपाल दत्त, रिद्धि ढोंगरा,सिकंदर खेर और आशीष विधार्थी देखने मिलेंगे। बता दे की सीरीज का निर्देशन वैभव बंधु और अरुणाभ कुमार ने किया है। 


Pitchers Season 2 Story (पिचर्स सीजन 2 की कहानी) 


पहले सीजन मे आपने देखा होगा की चार दोस्त रोज रोज वाली 9 से 5 की नौकरी से तंग आकर उसे छोड़ देते है और एक साथ मिलकर कंपनी स्टार्ट करते है। सीजन 2 कंपनी को आगे बढ़ाने और स्टार्ट-अप का गला काटने वाली इस दुनिया मे जिंदा रखने की कहानी है जिसमे दिखाया जाता है की योगी और सौरभ की टेक कंपनी प्रगति एआई को शुरू हुए पूरे ढाई साल हो चुके है समय के साथ काम और टीम दोनों काफी बड़ी हो चुकी है ऐसे मे कंपनी को नेक्स्ट लेवल पर ले जाने के लिए निवेशको की तलाश है जो कंपनी मे इंवेस्ट करे ताकि कंपनी की सीमाए एक्स्पैंड हो सके। लेकिन बड़े सपनो के साथ बड़ी जिम्मेदारियां भी आती है अब इन जिम्मेदारियों को पिचर्स के हीरो कैसे पूरी करेंगे यह आपको सीरीज मे देखना होगा। 


Pitchers Season 2 Review (पिचर्स सीजन 2 रिव्यू) 


पिचर्स के नये सीजन मे एक बार फिर उन्ही पुराने दोस्तों और नौकरी करने वाले लड़को की कहानी दिखाई गई है जो अपनी लाइफ मे कुछ बड़ा और कुछ नया करने का जज्बा रखते है। लेकिन रिस्क लेने के चक्कर मे उन्हे और भी बहुत कुछ खोना पड़ जाता है। उनके स्ट्रगल, फेलियर और सक्सेस की कहानी को नये तड़के के साथ परोसा गया है। पिचर्स सीजन 2 बिजनेसमैन की पर्सनल और प्रॉफेशनल लाइफ दोनो को बयाँ करती है। कहानी और भी इंट्रेस्टिंग हो जाती है जब सीरीज मे इमोशन, क्रोध और रिश्तों मे आने वाली खटास का जायका लगाया जाता है सीरीज की कहानी वाकई मे उम्दा है। हर एक डायलॉग कहानी पर फिट बैठता है। अरुणाभ कुमार ने एक बार फिर अपने अभिनय से सबको आकर्षित किया नवीन भी अपने रोल मे पहले से ज्यादा अच्छे लगे। अभिषेक बनर्जी की बात करे तो उनका किरदार काफी इंट्रेस्टिंग है जिससे आप आखिर तक कनेक्ट कर सकते है इसमे कोई शक नही है की कास्टिंग दमदार है लेकिन जितेंद्र कुमार उर्फ जीतू भैया की कमी पूरी सीरीज मे महसूस होती है। सीरीज मे मजेदार वन लाइनर्स के साथ स्टार्टअप की रियल दुनिया और दोस्तों के बीच कसी हुई बाँडिंग भी देखने मिलती है। शुरुआती एपिसोड थोड़ा कमजोर है लेकिन जैसे ही कहानी ट्रैक पर आती है मजा आना शुरू हो जाता है। अगर सीरीज के स्क्रीनप्ले की बात करे तो चाहे वो संवाद हो या सीन काफी बढ़िया लगते है बैकग्राउंड म्युज़िक नॉर्मल है एपिसोड की लंबाई भी बहुत कम है जो आपको बोर नही होने देगी। कम शब्दो मे कहे तो सीजन 2 भी पहले सीजन की तरह जबरदस्त है आप चाहे तो इसे जी5 पर देख सकते है। 















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