Selfie Movie Review In Hindi : अक्षय और इमरान की जोड़ी निकली बबाल जानिए कैसी है फिल्म।
Selfie Review : खिलाडी अक्षय कुमार और इमरान हाशमी स्टारर् फिल्म सेल्फी रिलीज़ हो चुकी है। आम आदमी बनाम बड़े आदमी की लड़ाई बहुत पुरानी है अक्सर देखा जाता है की आम आदमी को बड़े लोगों के सामने झुकना पड़ता है लेकिन जब आम आदमी अपनी पर आ जाए तो अच्छो अच्छो को घुटने टेकने पर मजबूर कर सकता है। ऐसे ही एक आम आदमी की कहानी है फिल्म 'सेल्फी' (Selfie) जिसमे अक्षय कुमार ने विजय कुमार की भूमिका निभाई है और इमरान हाशमी आरटीओ अफसर बने है सेल्फी साउथ की हिट मूवी 'Driving Licence' का हिंदी रीमेक है। जो आज सिनेमाघरों मे रिलीज़ हो चुकी है। फिल्म मे आपको इन दोनों कलाकारों के अलावा नुसरत भरूचा और डायना पेंटी भी अहम किरदारों मे देखने मिलेगी। बता दे की फिल्म का निर्देशन राज मेहता ने किया है।
Selfie Movie Story (क्या है फिल्म की कहानी)
सेल्फी की कहानी फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार विजय कुमार और मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के आरटीओ मे तैनात अफसर ओमप्रकाश अग्रवाल की है। दूसरे फैंस की तरह ओमप्रकाश और उनका बेटा भी विजय कुमार का दीवाना है और इसी दीवानगी के चलते वो अपने चहिते स्टार के साथ सेल्फी खिचवाने की तमन्ना रखते है। इसी बीच शहर मे विजय कुमार की एंट्री होती है और पता चलते ही ओमप्रकाश अपने बेटे को लेकर सेल्फी लेने के लिए पहुँच जाता है। लेकिन घमंड मे चूर विजय अपने फैंस की तरफ देखे बिना ही चला जाता है और यह बात ओमप्रकाश और उसके बेटे को बहुत बुरी लगती है। इतने मे ओम को पता चलता है की विजय के पास ड्राइविंग लाइसेंस नही है। इसके बाद कहानी मे जो होगा उसे देखने का आनंद ही कुछ और है। अब ड्राइविंग लाइसेंस के लिए विजय को किन किन मुसीबतो का सामना करना पड़ेगा और क्या ओमप्रकाश अपने चहिते स्टार के साथ सेल्फी लेने मे कामयाब होंगे इन सवालों के जवाब आपको फिल्म मे ढूढने होंगे।
Selfi Movie Review (सेल्फी मूवी रिव्यू)
जैसा की आप जानते है की 'सेल्फी' साउथ फिल्म Driving Licence का हिंदी रीमेक है तो कहानी ज्यो की त्यो ही होगी हालाँकि थोड़े बहुत माइनर चेंज देखने मिलते है हर एक सीन कॉपी पेस्ट नही लगता कुछ सीन ऐसे भी है जो पिछली फिल्म से बिल्कुल अलग है। फिल्म का सिनेमेटोग्राफी लेवल उम्दा है लेकिन ऐसा कहना गलत होगा की ड्राइविंग लाइसेंस से बेहतर है। फिल्म का फर्स्ट हॉफ ज्यादा तगड़ा नही है लेकिन सेकंड हॉफ मे गति बढ़ने के कारण फिल्म मनोरंजक हो जाती है अगर आपने ड्राइविंग लाइसेंस देखी है तो सेल्फी आपको कई जगहो पर बोर कर सकती है। लेकिन अगर आप इस कहानी को पहली बार देख रहे है तो पूरी कहानी फ्रेश और रोमांचक लगेगी। डायलॉगबाजी की बात करे तो फिल्म के डायलॉग काफी इंट्रेस्टिंग है जो सुनने मे काफी अच्छा फील देते है। फिल्म मे अक्षय कुमार ने एक घमंडी अभिनेता के रूप मे लाजवाब एक्टिंग की है उनकी बॉडी लैंग्वेज से लेकर बोलने का स्टाइल तक सब कुछ विजय कुमार के केरेक्टर पर परफेक्ट लगता है। दूसरी तरफ इमरान हाशमी ने भी अपने किरदार मे जान डालने का काम किया है। इनका हर एक सीन परफेक्ट है दोनों की जोड़ी पर्दे पर आग लगाने का काम करती है। इसके अलावा नुसरत और डायना भी अपने अपने किरदारों मे ठीक लगी।