Bambai Meri Jaan Review : अब तक मुंबई अंडरवर्ल्ड पर कई वेबसीरीज और फिल्में बन चुकी है। जिसे दर्शकों ने खूब प्यार दिया इस बार प्राइम वीडियो क्राइम से भरी एक और नई वेबसीरीज लेकर हाजिर है। जिसका नाम 'बम्बई मेरी जान' रखा गया है। यह सीरीज उस दौर मे ले जायेगी जब सरकार से ज्यादा मुंबई पर अंडरवर्ल्ड का सिक्का चलता था। इस गैंगस्टर ड्रामा मे आपको केके मेनन, अविनाश तिवारी, कृतिका कामरा, अमायरा दस्तूर और सौरभ सचदेवा जैसे कई कलाकार मुख्य किरदारों मे नजर आयेंगे। बता दे की प्राइम वीडियो की इस सीरीज के निर्देशक शुजात सौदागर है।
क्या है बम्बई मेरी जान की कहानी?
सीरीज 1970 के दशक मे सेट है जिसमे एक ईमानदार पुलिस अफसर इस्माइल कादरी और उसके गैंगस्टर बेटे दारा कादरी की कहानी दिखाई गई है। एक तरफ इस्माइल कादरी है जिसके सिर पर पूरे बम्बई शहर मे फैला माफिया राज खत्म करने का जुनून सवार है तो दूसरी तरफ गरीबी और भूख से परेशान दारा कादरी है जिसके लिए पिता के उसूल कोई मायने नही रखते। इस बीच मुंबई मे बढ़ते हुए जुर्म और गैंगवार के रास्ते उसे अपनी तरफ खीच लेते है दारा कादरी अपने पिता की राह पर न चलते हुए पॉवर और पैसे की दुनिया को चुनता है यहाँ तक पहुँचने के लिए दारा अपने परिवार सहित सब कुछ दाव पर लगा देता है और एक निर्दयी, निडर गैंगस्टर बन जाता है। वह अपनी ताकत का इस्तेमाल न केवल पुलिस से बचने के लिए करता है बल्कि अपने प्रतिद्वंदियों को भी धूल चटाने के लिए करता है। सीरीज इसी मोड़ के साथ आगे बढ़ती है।
कैसी है एक्टिंग?
केके मेनन ने ओटीटी पर अपने अच्छे प्रदर्शन के जरिये एक खास पहचान बनाई है जिसे वो इस सीरीज मे भी कायम रखते है। इस्माइल कादरी के किरदार के साथ उन्होंने पूरा न्याय किया है उनकी एक्टिंग देखने लायक है। जिस तरह से केके मेनन ने अपने किरदार को स्क्रीन पर उतारा है शायद ही कोई दूसरा अभिनेता यह कर पाता। उनकी डायलॉग डिलेवरी, फेस एक्सप्रेशन और सादगी एक ईमानदार पुलिस अफसर की छवि को स्क्रीन पर जीवंत करती है। अविनाश तिवारी ने भी गैंगस्टर दारा कादरी के किरदार मे छाप छोड़ दी है उनकी एक्टिंग सराहनीय है अविनाश के स्क्रीन पर आते ही एक अलग एनर्जी फील होती है। उनका लुक और गैंगस्टर वाला अंदाज किरदार को जीवंत करने मे कोई कमी नही छोड़ता। कृतिका कामरा भले ही काफी कम समय के लिए स्क्रीन पर आती है लेकिन कहानी के लिहाज से उनके किरदार को महत्वपूर्ण कहना कोई गलत नही होगा उन्होंने भी अपने किरदार मे उम्दा काम किया है। इसके अलावा अमायरा दस्तूर भी अपने किरदार के साथ न्याय करने से पीछे नही हटती।
बम्बई मेरी जान के प्लस और माइनस पॉइंट
किसी भी सीरीज की सबसे बड़ी खासियत उसकी कहानी होती है और इस सीरीज की कहानी मे दम है। कई उतार चढ़ाव के बाद कहानी जब लय पकड़ती है तो छोड़ने का मन ही नही करता है जिस प्रकार से कथानक को सेट किया गया है वह काबिलेतारीफ है। हालांकि कही-कही कहानी काफी प्रेडिक्टेबल हो जाती है जो इसका एक माइनस पॉइंट भी दर्शाती है। सीरीज के डायलॉग दमदार है जो इस कहानी को और असरदार बनाते है जबकि म्युज़िक इसका दूसरा वीक पॉइंट है। एक्शन और थ्रिल की बात करे तो दोनों ही लाजवाब है। सीरीज मे भरपूर क्राइम और एक्शन है ऐसे मे अगर आप एक्शन थ्रिलर के शौकीन है तो यह सीरीज आपको यकीनन जरूर पसंद आयेगी।