Kaala Web Series Review : अब तक आपने लोगों को ब्लैक मनी से व्हाइट मनी मे बदलते सुना होगा लेकिन क्या आपने कभी सुना है की कोई व्यक्ति अपने व्हाइट मनी को ब्लैक मनी मे बदल रहा हो। डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर आज एक ऐसी वेबसीरीज रिलीज हुई है जिसमे कहानी का विलेन बड़े लेवल पर रिवर्स हवाला करता है यानी की अपने व्हाइट मनी को ब्लैक मनी मे तब्दील करता है। बता दे की इस क्राइम थ्रिलर सीरीज का नाम 'काला' रखा गया है जो आज ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज़ हो चुकी है। सीरीज मे आपको अविनाश तिवारी, रोहन विनोद मेहरा, निवेथा पेथुराज, हितेन तेजवानी और जितिन गुलाटी जैसे कलाकार प्रमुख रोल मे नजर आयेंगे। जबकि इस दमदार सीरीज का निर्देशन बेजॉय नंबियार ने किया है।
क्या है 'काला' की कहानी
कहानी की शुरुआत एक अज्ञात आदमी से होती है जो आईबी ऑफिसर ऋत्विक को फेमस बिजनेसमैन नमन आर्य के काले कारनामों की जानकारियां देता है। आईबी ऑफिसर के रूप मे ऋत्विक, नमन आर्य की छानबीन मे जुट जाता है। छानबीन मे पता चलता है की नमन आर्य रिवर्स हवाला करता है यह बात पता चलते ही ऋत्विक, नमन के खिलाफ सबूत ढूढने मे लग जाता है। लेकिन राज्य सरकार ऋत्विक के साथ ही खेला खेल देती है क्योंकि कई राज्यों के मंत्रियों से लेकर पुलिसकर्मी तक नमन आर्य की जेब मे है। सरकार नमन आर्य के साथ सेटलमेंट करके उल्टा ऋत्विक को ही जाल मे फसा देते है। इतना ही नही ऋत्विक को फसाने के बाद उसके घर मे ब्लैक मनी छुपाकर उसे गद्दार ठहरा दिया जाता है। इसके बाद आईबी नमन आर्य को पकड़ने की वजह अपने ही एक आदमी ऋत्विक को पकड़ने मे व्यस्त हो जाती है। अब ऋत्विक खुदको बेगुनाह साबित करके नमन आर्य को जेल की सलाखों तक कैसे पहुँचायेगा यह जानने के लिए आपको सीरीज देखनी होगी।
कैसी है एक्टिंग
अविनाश तिवारी सीरीज मे ऋत्विक का किरदार बड़ी इमानदारी से निभाते है। हर एक सीन मे अविनाश का किरदार आपको अपनी तरफ आकर्षित जरूर करेगा उन्होंने आईबी ऑफिसर के किरदार मे जान फूकने का काम किया है। दूसरी तरफ तहेर शब्बीर ने भी नमन का रोल निभाते हुए एक अलग पहचान हासिल की है। उन्होंने भी स्क्रीन पर खरा उतरने मे पूरी मेहनत की है जो साफ साफ दिखाई भी देती है। नमन आर्य के किरदार को रियल बना देते है। अगर यह दोनों सीरीज की जान है तो जितिन गुलाटी सीरीज का सबसे बड़ा सरप्राइज एलिमेंट है। इन तीनों कि तिकड़ी अंत तक समा बांधे रखने मे कामयाब होती है। इनके अलावा रोहन विनोद मेहरा और हितेन तेजवानी ने भी अच्छा काम किया है।
प्लस और माइनस पॉइंट
काला की कहानी काफी फ्रेश और यूनिक है जिसमे कुछ अलग करने की कोशिश की गई है और यही कोशिश आपको सीरीज से बांधकर रखने मे कोई कसर नही छोड़ती। यह सीरीज का मुख्य प्लस पॉइंट है। एक सिंपल सी कहानी को कॉम्प्लीकेटेड ढंग से पेश किया गया है जिसमे क्राइम, थ्रिल के साथ कॉमेडी और रोमांच भी है। सीरीज मे कई ऐसे ट्विस्ट आते है जिनके बारे मे कभी सोचा तक नही होता है एक के बाद एक आने वाले ट्विस्ट आपको सीरीज से बांधकर रखेंगे। अच्छे डायलॉग के साथ तगड़ा सस्पेंस आपको सीरीज छोड़ने की इजाजत नही देगा। यह एक फुल एंटरटेनिंग सीरीज है जिसे देखना वर्थ वॉच है।