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Mark Antony Movie Review In Hindi : कमजोर कहानी मे दिलचस्प मसाले, होश उड़ा देगी विशाल की यह फिल्म

Mark Antony Review : निर्देशक आधिक रविचंद्रन की टाइम ट्रैवल गैंगस्टर ड्रामा फिल्म 'मार्क एंटोनी' (Mark Antony) सिनेमाघरों मे रिलीज़ हो चुकी है। फिल्म मे आपको विशाल, एसजे सूर्या और रितु वर्मा लीड रोल मे नजर आयेंगे इनके अलावा सुनील सेलवन जैसे कई कलाकार फिल्म का हिस्सा है। यह एक पैन इंडिया फिल्म है जिसमे दमदार एक्शन और कॉमेडी का जोरदार तड़का लगाया है। फिल्म मे एसजे सूर्या और विशाल ने गैंगस्टर का किरदार निभाया है। साइंस फिक्शन पर आधारित इस फिल्म को देखने से पहले पूरा रिव्यू पढ़े -

Mark Antony Movie Review In Hindi

क्या है 'मार्क एंटोनी' की कहानी

कहानी 1970 के दशक से शुरू होती है जहाँ दो गैंगस्टर एंटोनी और जैकी मार्तण्ड काफी करीबी दोस्त होते है। इसी जगह पर एक और गैंगस्टर एकम्बरम भी है जिससे इन दोनों का झगड़ा है एक दिन डांस बार मे एकम्बरम, एंटोनी की हत्या करके शहर से भाग जाता है जिसके बाद जैकी मार्तण्ड अपने दोस्त की मौत का बदला लेने का फैसला करता है। जैकी एंटोनी के बेटे मार्क की देखभाल कर उसे एक अच्छा मैकेनिक बनाता है और वह मार्क को अपने बेटे मदन से भी उपर रखता है इसी बात से चिढ़कर मदन, मार्क से दुश्मनी मोड़ लेता है। मार्क अपने बाप से बेहद नफरत करता है क्योंकि उसे लगता है की उसकी माँ का खून एंटोनी ने किया था। इसी बीच कहानी मे सबसे बड़ा ट्विस्ट तब आता है जब उसके पास चिरंजीवी नाम का एक फोन आता है यह कोई मामूली फोन नही होता इस फोन के जरिये पास्ट के लोगों से बात की जा सकती है। यह फोन मार्क, मदन और जैकी के जीवन मे क्या बदलाव लायेगा, यह आपको फिल्म मे देखना होगा।


कैसी है एक्टिंग

विशाल ने एक गैंगस्टर और एक मैकेनिक के किरदार मे बेहद उम्दा काम किया है उनकी परफॉर्मेंस देखने लायक है। विशाल ने अपने दोनों किरदारों पर आखिर तक अच्छी पकड़ रखी है। उनके लुक से लेकर बोलने का अंदाज तक मार्क और एंटोनी को स्क्रीन पर जीवंत करता है। वह अपने मजाकिया अंदाज मे दर्शकों को पेट पकड़कर हसने पर मजबूर कर देते है। एसजे सूर्या ने भी जैकी और मदन के किरदार मे जान फूंकते हुए यह साबित कर दिया की वह किसी भी स्थिति मे अपने आप को किरदार के हिसाब से ढाल सकते है। पूरी फिल्म एसजे सूर्या और विशाल के कंधो पर होती है। हालांकि सुनील सेलवन भी अपने किरदार के साथ इंसाफ करने की पूरी कोशिश करते है। सेल्वाराघवन ने वैज्ञानिक चिरंजीवी का किरदार निभाया है जिन्होंने उस टेलीफोन का अविष्कार किया था। रितु वर्मा भी रम्या के रोल मे खूब जमती है।


कैसी है मार्क एंटोनी फिल्म

कहानी नई नही है क्योंकि इस तरह के गैंगस्टर ड्रामा हम पहले भी कई फिल्मों मे देख चुके है। लेकिन फिल्म मे टाइम ट्रैवल वाला मसाला इसे अलग और दिलचस्प कहानी बना देता है। कहानी काफी प्रिडेक्टिबल लगती है लेकिन स्क्रीनप्ले कसा हुआ है जो इसे दिलचस्प और इंगेजिंग बनाता है। कहानी को जिस तरह से पास्ट और प्रेजेंट से जोड़कर दिखाया गया है इसके लिए आधिक रविचंद्रन की जितनी भी तारीफ करे सब कम है। फिल्म के विजुअल और वीएफएक्स अच्छे है जो निराश नही होने देते है। हालांकि जीवी प्रकाश का म्युज़िक कमजोर पॉइंट साबित होता है। जबकि एक्शन सिक्वेंस मे बैकग्राउंड म्युज़िक उम्दा लगता है। कुल मिलाकर यह एक अच्छी कॉमेडी और एक्शन से भरपूर फैमिली एंटरटेनर फिल्म है। जिसे बिना किसी झिझक के देख सकते है। 




 


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